वायुमंडल का संगठन पृथ्वी के चारों तरफ विस्तृत गैस युक्त आवरण को वायुमंडल कहा जाता है वह सात से 10000 किलोमीटर की ऊंचाई तक इसका विस्तार है पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति के कारण वायुमंडल संरचना इस तरह रहती है वायु रंगहीन गंध हीन स्वाद हीन होती है।
वायुमंडल का संगठन ठोस पदार्थ
वायुमंडल के संगठन में ठोस पदार्थ का विशेष योगदान है जिसमें धूल के कण,नमक के कण, राख के कण, और उल्का कण सम्मिलित रूप से पाए जाते हैं।
वायुमंडल में गैस का संगठन
वायुमंडल में अनेक गैसों का संगठन है जिसमें से कुछ प्रमुख गैस हैं जो वायुमंडल के निर्माण में मुख्य योगदान रखती है हम आपको उन प्रमुख गैसों के बारे में बता रहे हैं जो वायुमंडल के संरचना और संगठन में मुख्य योगदान देती है।
- नाइट्रोजन – 78.08%
- आक्सीजन – 20.94%
- ऑर्गन – 0.93%
- कार्बन डाइऑक्साइड – 0.03%
- नियोन – 0.0081%
- हीलियम – 0.0005%
- ओजोन – 0.00006%
- हाइड्रोजन – 0.00005%
- अन्य (जीनन, क्रिप्टन) – 0.000759%
वायुमंडल की संरचना संगठन एवं ऊंचाई
पृथ्वी की उत्पत्ति के समय भौतिक रासायनिक क्रियो से आदि वायुमंडल का निर्माण हुआ संपूर्ण वायुमंडल के कुल आयतन का 97% भाग मात्र 29 किलोमीटर की ऊंचाई तक 99% भाग 32 किलोमीटर की ऊंचाई तक ही व्याप्त है।
वायुमंडल के संगठन में ठोस द्रव तथा गैस सहित अन्य कण युक्त पदार्थ उपस्थित है जो निलंबित अवस्था में होते हैं लेकिन सर्वाधिक महत्वपूर्ण अव्यय गैसीय पदार्थ है।
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