गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण की आधारशिला सन् 31मार्च 1911 में किया गया था आप सब जानते हैं गेटवे ऑफ इंडिया भारत के मुंबई शहर में स्थित है। जॉर्ज विटेट ने अंतिम डिजाइन 1914 में पूरा हुआ, 26 मीटर ऊंचाई वाला गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण 1924 में पूरा हुआ।
जॉर्ज विटेट: एक युगांतरकारी डिज़ाइन का निर्माता
1914, एक ऐसा वर्ष जिसने भारतीय वास्तुकला के इतिहास में एक अमिट छाप छोड़ी। इसी वर्ष जॉर्ज विटेट, एक प्रतिभाशाली वास्तुकार, ने अपना अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण डिज़ाइन पूरा किया—गेटवे ऑफ़ इंडिया। यह स्मारक केवल पत्थरों और मेहराबों का ढांचा नहीं है, बल्कि यह उस समय की कहानी कहता है जब भारत सांस्कृतिक और ऐतिहासिक बदलावों के दौर से गुजर रहा था।
जॉर्ज विटेट ने इंडो-सरसेनिक वास्तुकला की शैली को अपनाते हुए भारतीय और यूरोपीय डिज़ाइनों का एक अनोखा मिश्रण पेश किया। उनकी दृष्टि केवल एक इमारत खड़ी करने तक सीमित नहीं थी; वह एक ऐसा प्रतीक बनाना चाहते थे जो आने वाली पीढ़ियों को गौरव और इतिहास की भावना से जोड़ सके।
1911 में किंग जॉर्ज V और क्वीन मैरी के भारत आगमन के सम्मान में इस स्मारक की आधारशिला रखी गई। लेकिन इसकी भव्यता और वास्तुशिल्प जटिलता ने इसे 1914 तक पूर्ण रूप दिया। हालांकि, इसे जनता के लिए 1924 में खोला गया, लेकिन इसका डिज़ाइन पहले ही अपने समय से बहुत आगे माना गया था।
यह स्मारक आज भी मुंबई के समुद्र तट पर खड़ा होकर समय की धारा का साक्षी है। जॉर्ज विटेट ने जो बनाया, वह केवल एक इमारत नहीं, बल्कि भारतीय इतिहास और गौरव का प्रवेश द्वार है। उनके इस कार्य ने उन्हें अमर कर दिया और वास्तुकला की दुनिया में उनकी जगह सुनिश्चित की।