बिहार के गया जिले के टिकारी प्रखंड अंतर्गत पड़री गांव के जरही टोला से पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के पोलित ब्यूरो सदस्य और एक करोड़ रुपए के इनामी प्रमोद मिश्रा समेत दो नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया।
गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आशीष भारती के अनुसार प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के दोनों सक्रिय सदस्य प्रमोद मिश्रा और अनिल यादव जिले के टेकारी प्रखंड में छिपे होने की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के कर्मियों की एक विशेष टीम गठित की गई। भारत ने बताया कि इसके बाद पूरे इलाके में छापेमारी की गई और मिश्रा को जरही टोला गांव से यादव के साथ गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि मिश्रा पर झारखंड सरकार ने इनाम की घोषणा की है। एसएसपी के अनुसार भाकपा (माओवादी) के स्वयंभू पोलित ब्यूरो सदस्य मिश्रा निकटवर्ती औरंगाबाद जिले के रहने वाले हैं, जबकि यादव गया के एक गांव के रहने वाले हैं।
एसएसपी ने दावा किया कि दोनों का नाम विभिन्न राज्यों में दर्ज कई मामलों में शामिल है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 में जेल से रिहा होने के बाद से फरार मिश्रा का नाम 2006 में अमेरिका द्वारा संकलित ‘सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों’ की सूची में भी शामिल किया गया है। मिश्रा पर 2021 के एक मामले में शामिल होने का आरोप है जिसमें दो महिलाओं सहित चार लोगों की हत्या करने के बाद उनके शव एक पेड़ से लटका दिए गए थे। बताया जाता है कि मिश्रा और यादव गया में ‘एक बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष भारती के अनुसार मिश्रा पर 2021 के एक मामले में शामिल होने का आरोप है जिसमें दो महिलाओं सहित चार लोगों की हत्या करने के बाद उनके शव एक पेड़ से लटका दिए गए थे।