राजस्थान में गो अभयारण्य स्थापित करने की दिशा में सरकार ने कदम बढ़ा दिए हैं मध्य प्रदेश और उड़ीसा की तर्ज पर राजस्थान में गो अभ्यारण का अध्ययन किया जा रहा है और इसके लिए संबंधित डाटा मंगवाया गया है डाटा प्राप्त होने के बाद गो अभ्यारण की स्थापना को लेकर तैयारी तेज की जाएगी।
सरकार की इस योजना का उद्देश्य शहरों में खुले में घूमने वाले गोवंश और गायों के लिए आश्चर्य प्रदान करना है पशुपालन एवं गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने हाल ही में अधिकारियों के साथ बैठक कर इस दिशा में कार्यवाही के निर्देश दिए थे इसके बाद गोपालन विभाग ने इस पर काम शुरू कर दिया है।
गो अभयारण्य से होंगे कई फायदे
गो अभयारणीय के निर्माण से नए केवल गायों को आश्रय मिलेगा बल्कि गाय के गोबर और गोमूत्र के प्रसंस्करण और उनके उत्पाद निर्माण की योजना भी बनाई जा रही है विशेष शक्तियों का मानना है कि इससे नए केवल गोवंश की देखभाल में सुधार होगा बल्कि आर्थिक लाभ के अवसर भी पैदा होंगे।