भाजपा ने प्रियंका गांधी वाड्रा के भाषण को लेकर निर्वाचन आयोग में शिकायत की है। नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिला। राठौड़ ने बताया कि प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में कहा कि देवनारायण मंदिर में प्रधानमंत्री ने पूजा अर्चना कर एक लिफाफा दानपात्र में भेंट किया। छह माह बाद उस लिफाफे को खोला गया। जनता सोच रही थी, क्या होगा लिफाफे में देश के इतने बड़े नेता आए थे, लेकिन उसमें 21 रुपए निकले।
भाजपा ने प्रियंका गांधी वाड्रा के भाषण को लेकर निर्वाचन आयोग में शिकायत की है। नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिला। राठौड़ ने बताया कि प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में कहा कि देवनारायण मंदिर में प्रधानमंत्री ने पूजा अर्चना कर एक लिफाफा दानपात्र में भेंट किया। छह माह बाद उस लिफाफे को खोला गया। जनता सोच रही थी, क्या होगा लिफाफे में देश के इतने बड़े नेता आए थे, लेकिन उसमें 21 रुपए निकले।
प्रियंका गांधी उपरोक्त बयान आचार संहिता के निर्देशों का गम्भीर उल्लंघन है। आचार संहिता यह स्पष्ट प्रावधान करती है कि जाति और धर्म के नाम पर कोई सभा आयोजित नहीं की जाएगी, न ही धार्मिक आधार पर किसी प्रकार की टिप्पणी की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि 20 अक्टूबर को प्रियंका गांधी ने दौसा जिले के सिकराय में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने देव नारायण मंदिर में दर्शन करने के बाद दान लिफाफा चढ़ाया था। मैंने टीवी पर देखा जब छह माह बाद उस लिफाफे को खोला गया तो उसमें दान के रूप में महज 21 रुपए निकले। उन्होंने आगे कहा, हमारे देश में यही स्थिति है। बड़ी-बड़ी घोषणाएं की जाती हैं, मंच से तरह-तरह के लिफाफे आपके सामने पेश किए जाते हैं। हालांकि, चुनाव के बाद जब आप इन लिफाफों को खोलेंगे तो अंदर कुछ नहीं होगा
पीएम के खिलाफ उनकी टिप्पणी राज्य भाजपा इकाई को पसंद नहीं आई और उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए चुनाव आयोग का रुख किया। राजस्थान भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि उनकी टिप्पणी पूजा की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार के खिलाफ थी और “कुछ” वोट जीतने के लिए की गई थी।
राठौड़ ने आगे कहा कि आज बीजेपी की एक इकाई ने राज्य चुनाव आयोग को प्रियंका गांधी के उक्त बयान के खिलाफ ज्ञापन सौंपा है। उनका यह बयान पूजा की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार के खिलाफ है। हमने उनसे अपनी टिप्पणियां वापस लेने के लिए कहा है। हम चुनाव आयोग के पास भी जाएंगे और ऐसी टिप्पणियों का विरोध करेंगे।