दोस्तों आपको बताना चाहते है की अगर आप भी कोई नया Mobile खरीदना चाहते है तो आपको सबसे पहले ये तय कर लेना चाहिए की अपना मोबाइल कैसा होना चाहिए How Should Be Your Mobile .क्योंकि स्मार्टफोन बाजार में हर महीने बहुत सारे लोंच होते रहते है. तो किसी में नया कैमरा होता है तो किसी में नया प्रोसेसर होता है.किसी मोबाइल की डिज़ाइन अच्छी होती है तो किसी की बैटरी लाइफ बहुत ही बहतरीन होती है. चेंजेज जितने ज्यादा होते है . खरीददार को उतना ही ज्यादा फायदा होता है. कभी -कभी इतने ज्यादा ऑप्शन होने की वजह से फैसला करना इतना मुशिकिल हो जाता है ,की कोनसा मोबाइल phone लिया जाये. इसी फैसले को आसान बनाने के लिए हम एक गाइड बना रहे है की जिससे मदद से आप अपना मोबाइल phone आसानी से खरीद सकते है.
इसके लिए आपको सबसे पहले यह तय करना बहुत ही जरुरी है .जिससे आपको अपना मोबाइल phone खरीदने के बाद में पछताना नहीं पड़े. इसके लिए आपको सभी कम्पनी के मोबाइलों के बारे में जानकारी लेनी चाहिए ,और उसके बाद में आपको सभी अलग अलग मोबाइलों के बारे में डिटेल से जानकारियां लेनी होगी ,और उसके बाद में आपको अपने मोबाइल को खरीदना चाइये .
स्मार्टफोन का ऑपरेटिंग सिस्टम, Smartphone Operating System
दोस्तों आपको बता दे की अगर आप भी कोई नया मोबाइल खरीदना चाहते है तो सबसे पहले ये जानना जरुरी है की इस मोबाइल phone का ऑपरेटिंग सिस्टम कैसा है. आपको पहले तो ये फैसला करना है की आपको स्मार्टफोन में आपको एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम चिहिए या IOS ऑपरेटिंग सिस्टम चाहिए. एंड्राइड आपको अपने मोबाइल phone में ज्यादा कण्ट्रोल देता है बल्कि सिक्योरिटी के मामले में IOS जयादा अच्छा रहता है. अगर आपकी नजर IOS वाले phone पर टिकी है तो आपके देखने लायक ज्यादा कुछ नहीं है. तो आपको ये वाले मोबाइल खरीदना चाहिए Iphone 14 Pro Max ये एक Apple नया व सबसे पॉवरफुल मोबाइल है . Samsung galaxy S23 Ultra ,Google Pixel 7 Pro, Oneplus 11R, Samsung Galaxy Z Fold 4 आदि में से कोई भी मोबाइल आप आसानी से खरीद सकते है.अगर आप Android Phone खरीदना चाहते है तो आप बाजार में नया वाला मोबाइल ही खरीदे .अगर आप आज के टाइम में भी अगर आप एंड्राइड 9 वाला अगर आप मोबाइल phone लेते है तो आपका ये फैसला सही नहीं हो सकता है.
मोबाइल प्रोसेसर का चुनाव सबसे जरूरी है ,The choice of mobile processor is most important
दोस्तों आप अगर मोबाइल खरीद रहे है तो आपको सबसे पहले उस मोबाइल के प्रोसेसर के बारे में जानना बहुत ही जरूरी है . क्योंकि प्रोसेसर ही एक phone की जान होती है. इसलिए मोबाइल खरीदने से पहले बाकी चीजों को देखने से पहले प्रोसेसर को देखना बहुत ही जरूरी है. आपके phone की speed ,कैमरा परफोर्मेंस ,बैटरी बैकअप के साथ में और भी कई चीजे प्रोसेसर ही तय करता है . चीफ का साइज जितना छोटा होता है परफोर्मेंस उतनी ही अच्छी होती है .इसको नेनो मीटर में नापा जाता है.साल 2021 के बाद में 12 नेनो मीटर से बड़ा साइज का चीफ नहीं ले बहुत ही बहतर है. लेकिन आपके लिए 8 नेनों मीटर तक के साइज वाला चीफ बिल्कुल सही है. नए वाली जनरेशन में Qualcomm Snapdragon 888 और Apple A 14 में चीफ 5 नेनो मीटर की है. पुराने जनरेशन के 7 नेनो मीटर के फलेक्सफ़ जैसे की 865 +5g mobile ये भी 2-3 साल इस्तेमाल के लिए बढ़िया है.
मोबाइल phone का रेम और स्टोरेज mobile phone ram and storage
फोन की रेम का इस्तेमाल मल्लटी टास्किंग के लिए होता है . जीतनी ज्यादा रेम होगी phone के background में उतने ही ज्यादा App आसानी से चला सकते है. कम वाले phone के पुराना होने पर background में app चलने अपने आप ही बंद हो जाते है. कम बजट फोन में 3 से 4 जीबी रेम से काम चल जाता है. मिड रेज के साथ में फोन का मजा 6 जीबी रेम के साथ ही आता है. फलेक्शिफ phone में अब 12 जीबी रेम भी आम बात हो गई है. लेकिन 8 जीबी रेम के mobile से भी आपका काम आसानी से हो जायेगा . अगर बात करे स्टोरेज की तो आपको कितने जीबी स्टोरेज की जरुरत रहती है उसी के हिसाब से आप पाने mobile phone का स्टोरेज ले सकते है. लेकिन एक बात का ध्यान अवश्य रखे की उस मोबाइल में मेमोरी कार्ड लगाने का स्लॉट है या नहीं है. अगर उसमे अलग से मेमोरी लगाने की स्लॉट है तो आपको स्टोरेज की चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है.
मोबाइल का डिस्पले चकाचक होना चाहिए Mobile display should be bright
दोस्तों आपके फोन के स्क्रीन पर ही आपकी नजर सबसे पहले जाती है. इसलिए मोबाइल की स्क्रीन सबसे ज्यादा अच्छा होना बहुत है जरुरी है. डिस्पले टेक्नलोजी में आपके सामने LCD व एमोलेड का ऑप्शन होता है .LCD में स्क्रीन की Brightness जयादा होती है बल्कि Amyloid Screen में एक -एक पैनल बंद हो सकता है. इसलिए ये बैटरी तो बचाता ही है साथ ही स्क्रीन के कलर बहुत ही शानदार दिखाता है. अगर आपको LCD और अम्य्लोइड में से किसी एक चुनाव करना हो तो आप आखे बंद कर के आप Amyloid का ही चुनाव कीजिए. इसके अलावा Resolution और रिफ्रेस रेट भी देखना चाहिए . 6 इंच की डिस्पले में HD resolution कोई काम का नहीं है. इस साइज में आप Full HD ही देखे रिफ्रेश रेट से phone चलाना ज्यादा स्मूथ होता है इसलिए इसे एक्स्ट्रा फीचर की तरह ट्रीट किया जा सकता है.
कैमरा में सिर्फ मेगा पिक्सल का ही खेल नहीं होता है
स्मार्टफोन कंपनीयां आज-कल phone के बेक में 4-4 कैमरा लगा देती है. लेकिन बजट और मिड्रेंज पर आमतोर पर मैन कैमरा को छोड़कर के बाकी सभी कैमरे कोई लम के नहीं होते है ये तो केवल नाम मात्र के ही होते है. अल्ट्राबाईड एंगलनेस से आप पिक्चर में ज्यादा सीन भर सकते है. मगर आप 8 मेगा पिक्सल में पिक्चर की डिटेल सही नहीं आ सकती है . माइक्रो लेन्स करीब की छोटी से छोटी चीज की डिटेल निकल देते है लेकिन ज्यादातर मोबाइल में 2 मेगा पिक्सल के माइक्रो लेन्स कोई काम के नहीं होते है. किसी मोबाइल में 2 मेगा पिक्सल का ब्लेक एण्ड व्हाइट व किसी मोबाइल में 2 मेगा पिक्सल में डेफसेसर होता है. मैन कैमरा में भी 48 मेगा पिक्सल और 64 मेगा पिक्सल के लेन्स तो आम हो गए है .अगर कैमरा की ताकत सिर्फ मेगा पिक्सल नहीं होता तो कैमरा का सेंसर साइज ,अपर्चर ,शटर speed ओपर phone का प्रोसेसर तय करते है, की आपका phone कैसी फोटो क्लिक करेगा. अगर सब कुछ मेगा पिक्सल से तय होता तो 15 से 20 हजार में मिलाने वाले 64 मेगा पिक्सल वाले phone ,Iphone 12 को भी हरा देते. अगर आप भी कोई दो कैमरा का कम्पेयर करना चाहते है तो जिस mobile में बड़े साइज का सेंसर है उस मोबाइल को आप बहुत ही आसनी से चुन सकते है.
मोबाइल की बैटरी और चार्जिग स्पीड Mobile Battery and Charging Speed
जिस मोबाइल की बैटरी कैपेसिटी जीतनी ज्यादा होती है उतना ही अच्छा है.आप कोशिश करिए की 4000Mh कम बैटरी वाला मोबाइल नहीं खरीद्दे , साथ ही ये भी ध्यान में रखे की आपके मोबाइल की जीतनी बड़ी स्क्रीन होगी बैटरी उतनी ही कम चलेगी. रिफ्रेश रेट 60 से 90 hr.या 120 hr. तो बैटरी खर्च होने की speed और भी बढ़ जाएगी. ऐसे ही स्क्रीन का resolution जितना ज्यादा होगा बैटरी उतनी ही ज्यादा खर्च होगी. और अगर आप नया मोबाइल phone खरीद रहे है तो बैटरी कैपेसिटी के साथ में चार्जिंग speed को भी जरूर देख लेनी चाहिए की इससे आपका मोबाइल कितने टाइम से आपका phone चार्ज होने वाला है.
मोबाइल का वजन और फॉर्म फैक्टर Mobile weight and form factor
हम अपने mobile phone को खरीदते समय कीमत और फीचर्स को तो खूब जमकर कर के कम्पेयेर करते है. लेकिन एक चीज जिस पर हम कभी भी ध्यान नहीं देते है. आपका मोबाइल एक एसी चीज है जो आप हर समय आपके साथ में रखते है .अगर आपका मोबाइल बड़ा होगा तो आपको इसे अपनी जेब में रखने बहुत अधिक परेशानी होगी. और अगर इसका वजन भी ज्यादा होगा तो आपको इसे इस्तेमाल करने में भी बहुत परेशानियाँ होगी. और अगर आपका phone आपकी जरुरत से भी बड़ा होगा तो इसको एक हाथ से चलने में भी दिक्कत भी बढ़ जती है. 200 ग्राम से ऊपर का मोबाईल को अपने हाथ में लेते ही पता चल जाता है की आपका phone हल्का नहीं है.
फेसबुक पर क्या फैला? ट्विटर पर कौन हुआ ट्रोल? Youtube की Tranding से लेकर के ,इन्सटाग्राम के सब झोल ,सोशल मिडिया की हर उठापटक सब ही एक जगह पर देखने के लिए आप हमारी साइट kailashbishnoi.com प्रतिदिन जरूर देखे इसी प्रकार की जानकारियाँ .