अलवर अकबरपुर क्षेत्र में रबी फसल की बुवाई के शुरुआत में ही किसानों को संकट का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र के किसानों को सरसों फसल की बुवाई दो बार करनी पड़ रही है। बीज अंकुरित नहीं होने से किसान परेशान व ङ्क्षचतित हैं। किसानों का कहना है कि एक ओर खेतों में नमी कम होती जा रही है। जिससे उन्हें अब पळाव करना पड़ रहा है। इस बार सरसों की फसल समय पर बुवाई के बाद भी खेतों में अंकुरित नहीं होने की वजह से किसान निराश हैं। कई किसानों ने तो पलेवा भी कर दिया है, लेकिन फिर भी सरसों की फसल नहीं उग रही। अकबरपुर, धवाला, धरमपुरा, परसा का बास सहित आसपास के गांवों में भी ऐसी ही परेशानी आ रही है।
मौसम का बदल रहा मिजाज
किसान जयकिशन आदि का कहना है कि इस बार मौसम का ही पता नहीं चल रहा है। बार-बार इसका मिजाज बदल रहा है। कभी तेज धूप निकलने से तापमान बढ़ रहा है तो कभी बादल छाने व बारिश की संभावना में तापमान में गिरावट आ रही है। कई किसानों ने सरसों की दो-बार बुवाई कर दी है, लेकिन खेतों में अंकुरित नहीं हो रही है। उसके बाद अब पानी भी दे दिया। अब पलेवा कर के फिर से बुवाई की जा रही है। जिसमें बछेत हो रही है।
खाद-बीज भी महंगा
सरसों की खेती अब महंगी हो रही हैं। खेतों में बार-बार जुताई की जाती है, लेकिन सरसों के अंकुर नहीं निकलने से परेशान हैं। बीज व खाद भी महंगा है। किसान मोटी लागत लगा कर बुवाई कर रहे हैं, लेकिन अंकुरित नहीं होने से परेशानी हो रही है। इसके कारण का भी पता नहीं चल रहा है। सरसों के बीज की अच्छी तरह बुवाई के बाद भी सरसों के दाने नहीं फूट रहे।
खेतों में नमी कम
इस बार मौसम परिवर्तन बार-बार हो रहा है। सरसों की बिजाई के समय पहले बरसात होती थी, लेकिन इस बार बरसात नहीं होने के कारण और धूप अधिक होने से नमी कम है। इससे अंकुरित नहीं हो रही।
-रामरतन, कृषि पर्यवेक्षक परसा का बास।